आपने कई खजानों के बारे में सुना होगा। कहीं से सोने-चांदी के सिक्के निकले, कहीं बहुमूल्य जवाहरात का भंडार ही उफन पड़ा तो कहीं हीरे-मोतियों का अपार कोश ही हाथ लग गया। किन्तु एक खजाना ऐसा भी निकला था जिसके सामने दुनिया के सारे खजाने फीके पड़ जाते हैं। हिन्दू धर्म ग्रथों में उस अनमोल खजाने की घटना को समुद्र मंथन के नाम से जाना जाता हैज।
आइये जाने उस खजाने में से क्या-क्या निकला था-
१- हलाहल विष: इसे भगवान शिव ने धारण किया।
२- कामधेनु गाय: ऋषिमुनियों को यज्ञादि कर्मों के लिए दी गई।
३- कौस्तुभ मणी : भगवान विष्णु ने धारण की।
४- अप्सरा रम्भा : इंद्र देव ने प्राप्त की।
५- लक्ष्मी: लक्ष्मी ने स्वयं ही भगवान विष्णु का वरण किया।
६- वारुणी कन्या (हाथ में सुरा लिए हुए) : असुरों ने ग्रहण की।
७- ऐरावत हाथी : इंद्र को प्राप्त हुआ।
८- कल्पवृक्ष : इंद्र ने प्राप्त किया।
९- पंचजन्य शंख :
१०- चंद्रमा :
११- सारंग धनुष :
१२- उच्चेश्रवा घोड़ा : असुर राजा बली को प्राप्त हुआ।
१३- धनवंतरि : अमृत कलश लेकर आए।
१४- अमृत : बुद्धिबल का प्रयोग कर देवताओं ने ग्रहण किया।
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